नोटबंदी से जनता बेहाल, सरकारी खजाने मालामाल
Anil Vasudeva Pathankot
नोटबंदी से जनता बेहाल, सरकारी खजाने मालामाल
जासं, पठानकोट नोटबंदी के कारण भले ही आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन सरक
जासं, पठानकोट
नोटबंदी के कारण भले ही आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन सरकारी कार्यालयों के इस समय वारे-न्यारे हैं। कारण सरकारी कार्यालयों में अभी पांच सौ और हजार के नोट लगने की वजह से लोग इन पैसों को अपने टैक्स व बकाया के रूप में देकर जहां अपनी देनदारियों को खत्म कर रहे हैं, वहीं घरों में पड़े पुराने नोटों को इस्तेमाल कर सकुन प्राप्त कर रहे हैं। पिछले बीस दिनों की बात करें तो राज्य सरकार के सभी सरकारी विभागों की बल्ले-बल्ले हो गई है। बात पावरकॉम व निगम की बात करें तो जहां उनके खाते में दुगना राजस्व आया है, वहीं पिछले पच्चीस दिनों के भीतर निगम के खाते में भी दो करोड़ से अधिक रेवेन्यू आया है। विभागों के खाते में राशि दुगना होने के कारण जहां उन्होंने आने वाले दिनों में इन पैसों से कई रुके हुए प्रोजेक्टों को गति देने की बात कही है, वहीं विभाग भी अपनी देनदारियों को खत्म करने की योजनाएं बना रहा है।
किस ब्रांच से कितना आया रेवेन्यू
नगर निगम की लेखा ब्रांच के अनुसार नंवबर में कुल 2 करोड़ 28 लाख से अधिक का रेवेन्यू प्राप्त हुआ है। 8 से 30 नवंबर तक वाटर सप्लाई ब्रांच ने 5.43 लाख, सीवरेज ब्रांच ने 5.31, बिल्डिंग ब्रांच ने 2.7 लाख, रेंट ब्रांच ने 4.86 लाख, प्रॉपर्टी टैक्स 16.35 लाख, विज्ञापन से 16 लाख व वैट से 1 करोड़ 61 लाख का रेवेन्यू आया है।
ब्रांचों ने बकाया भी किया प्राप्त
निगम कर्मचारियों का कहना है कि प्राप्त हुए कुल रेवेन्यू में लगभग सभी ब्रांचों ने काफी हद तक अपना बकाया भी रिकवर किया है। सूत्रों की माने तो वाटर सप्लाई ¨वग ने 6.45, सीवरेज ¨वग ने 5.44, प्रॉपर्टी टैक्स ने 6 लाख, हाउस टैक्स ब्रांच ने 82 हजार, बिल्डिंग ब्रांच ने 2 लाख, रेंट ब्रांच ने 94 हजार की रिकवरी प्राप्त की है। सूत्रों का कहना है कि जब तक सरकार पांच सौ और हजार रुपये का नोट सरकारी कार्यालयों में जारी रखती है तब तक उनके अलावा अन्य सरकारी कार्यालयों का बजट दुगना होगा।
पावरकॉम के एक्सईन जसविन्द्र पाल का कहना है कि अभी तक कुल रेवेन्यू की लिस्ट तैयार नहीं हुई है, लेकिन इतना जरूर है कि पिछले माह की जगह इस महीने उनके अधीन आती सभी सब डिवीजनों में दुगना रेवेन्यू आया है।
उधर, मेयर अनिल वासुदेवा का कहना था कि इन पैसों से जहां शहर में रुके विकास कार्यों में गति आएगी, वहीं सरकार से और फंड की मांग कर निगम का हिस्सा बने रूरल एरिया में भी विकास करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शहर में विकास कार्य करवाने के लिए निगम के पास केवल टैक्स ही एक मात्र सोर्स होता है। सभी शहरवासी अच्छे शहरी होने का सबूत देते हुए अपने सभी प्रकार के टैक्स समय पर जमा करवाएं, ताकि निगम आने वाले समय में शहर के अंदर और विकास करवा सके।
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